Adarsh Tiwari

सिर्फ हंगामा खड़ा करना मकसद ?

यह देश का दुर्भाग्य है कि संसद हंगामे का सबसे उपयुक्त अड्डा बन गया है. यह बात हैरान करती है कि सत्र की शुरुआत होने से पहले सभी पार्टियों की एक औपचारिक बैठक होती है, जिसमें यह भाव निकलकर आता है कि संभवतः इसबार का सत्र पहले की अपेक्षा अधिक कामकाजी हो, स्वाभविक है कि …

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सहकारिता के ‘शाह’

आदर्श तिवारी नरेंद्र मोदी सरकार सदैव अपने नवाचारों से सबको चकित करती रहती है. ध्यान देने वाली बात यह है कि यह नवाचार उन क्षेत्रों में होता है जो सामान्य रूप से हमसे जुड़े होते हैं परन्तु दुर्भाग्य से प्राथमिकता की दृष्टि से नेपथ्य में खड़े मिलते हैं. यह सुखद है कि नरेंद्र मोदी सरकार …

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आज के समय में आपातकाल की कपोल कल्पना

आदर्श तिवारी देश के लोकतंत्र में आस्था रखने वाले हर व्यक्ति को 25 जून की तारीख याद रखनी चाहिए. क्योंकि यह वह दिन है जब विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र को बंदी बना लिया गया था. आपातकाल स्वतंत्र भारत के इतिहास सबसे काला अध्याय है, जिसके दाग से कांग्रेस कभी मुक्त नहीं हो सकती. इंदिरा …

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पूर्वाग्रहों का नंगा प्रदर्शन कर रहा ट्विटर

      देश में  इस समय सोशल मीडिया को लेकर उठा कोलाहल शांत होने का नाम नहीं ले रहा है जब भी मामला शांत होने की कगार पर आता ट्विटर की बदमाशी इसे और बढ़ा देती. सभी सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म की बात करने की आवश्यकता प्रतीत नहीं हो रही है क्योंकि ट्विटर ही सभी …

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जवाबदेही तय करने वाले नियम

  देश में सोशल मीडिया को लेकर केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए आईटी नियमों पर बहस छिड़ी हुई है. हालाँकि तमाम विरोध व आनाकानी के पश्चात सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म  फरवरी में लाए गए नियम को मनाने के लिए राजी हो गए हैं. इस बहस के दो मुख्य तर्क निकल कर सामने आ रहे …

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विरोध की मुनादी के बीच कराहता सच

  देश कोरोना महामारी की चपेट में है. हर तरफ स्थिति चुनौतीपूर्ण बनी हुई है. यह समय सबको साथ मिलकर इस महामारी से मुकाबला करने का है किन्तु यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत में यह संभव होता नहीं दिखाई दे रहा है. इसके पीछे कारण बहुत दिख जाएंगे  फ़िलहाल इसका प्रमुख कारण क्षुद्र राजनीति ही …

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विजय का डरावना तांडव

  पश्चिम बंगाल चुनाव परिणाम के बाद जो दृश्य देश के सामने आ रहे हैं वह हैरान करने वाले हैं. इस तरह की अराजकता, हिंसा और लोकतंत्र का उपहास शायद ही कभी देखने को मिला हो. पांच राज्यों के चुनाव परिणाम के बाद किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी कि पश्चिम बंगाल से रोंगटे …

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लोकतंत्र के लिए चुनौती बनतीं ममता

   पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में चार चरण के मतदान हो चुके हैं, पांचवें चरण का मतदान होने वाला है, लेकिन इस बीच कई ऐसी घटनाएँ सामने आईं हैं जो लोकतांत्रिक मूल्यों को चोट पहुंचाने के साथ तृणमूल कांग्रेस की हताशा को भी प्रदर्शित करती हैं. हिंसा लोकतंत्र में जायज नहीं है हम इस लाइन …

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लोककल्याण के लिए संकल्पित जननायक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना 70वां जन्मदिन मना रहे हैं. समाज जीवन में उनकी यात्रा बेहद लंबी और समृद्ध है .इस यात्रा कि महत्वपूर्ण कड़ी यह है कि नरेंद्र मोदी ने लोगों के विश्वास को जीता है और लोकप्रियता के मानकों को भी तोड़ा है. एक गरीब पृष्ठभूमि से निकलकर सत्ता के शीर्ष तक पहुँचने की …

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राष्ट्र मंदिर की स्थापना –

  5 अगस्त की तारीख इतिहास के स्वर्णिम पन्नों में अपने स्थान को मजबूती के साथ दर्ज करा ली है. बात मजबूती की इसलिए क्योंकि जब भी देश की अखंडता और संस्कृतिक गौरव को याद किया जायेगा, यही तारीख हमारे मानस पटल पर एक उमंगपूर्ण ऊर्जा लिए एकात्मता का एहसास कराएगी. 5 अगस्त 2019 को …

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